GB TECHNOLOGY
नमस्कार दोस्तो आपका स्वागत है यहाॅ हम आपको सही जानकारी देने की कोशिश करते है अगर आपको यह बेवसाइड पंसद है तो ज्वाइन करें धन्यवाद
Sunday, October 7, 2018
Monday, September 3, 2018
HOW TO MAKE MONEY ONLINE HINDI ( इंटरनेट से पैसे कमाए ) 15-20 हज़ार रुपए से लेकर 1-2 लाख रुपए महिना कम सकते है 100% गारंटी
HOW TO MAKE MONEY ONLINE HINDI (इंटरनेट से पैसे कमाए )
नमस्कार दोस्तों आपका स्वागत हमारे फ्री ऑनलाइन लर्निंग ब्लॉग में तो चलिए शुरू करते है में हूँ योगेश और में आज आपको बताने वाला हु की आप किस तरह घर बैठे ऑनलाइन पैसा कमा सकते है दोस्तों पहले में आपको बता दू अगर अप सोच रहे हो की घर बैठे ऑनलाइन पैसा बिना काम किये मिलेंगा तो आप गलत जिस तरह आपको कही भी OFFLINE OFFICE में काम करना पड़ता है उसी तरह आपको रोज़ काम करना है बस अंतर इतना है वहा आपको 8-9 HOURS काम करना और ONLINE दिन में ज़ब मन करे लेकिन करना रोज़ है और आप आसानी से 15-20 हज़ार रुपए से लेकर 1-2 लाख रुपए महिना कम सकते है 100% गारंटी
इंटरनेट से पैसे कमाने के 10 तरीके जिससे आप 100% पैसा कमा सकते है
1- Blogger.com से - blogger.com गूगल का एक फ्री वेबसाइट है जिसमे आप अपनी gmail id से अकाउंट बनाकर उसमे अच्छी-अच्छी जानकारी पोस्ट कर सकते है और अच्छा खासा पैसा बना सकते है जो पोस्ट आप पढ़ रहे है बह blogger से ही पोस्ट की गयी है अगर आप चाहते है इसके बारे में पूरी जानकारी तो कमेंट करके बताये
2- Youtube से - youtube se लाखो लोग लाखो रुपए कम रहे है तो आप भी कमा सकते है इसके लिए आपको अपनी gmail id से अकाउंट बनाकर उसमे अच्छी-अच्छी विडियो बनाना है और youtube पर upload करना है अगर आप चाहते है की Youtube के बारे में पूरी जानकारी तो कमेंट करके बताये
3- Affiliate marketing - इसमें आप किसी webite जैसे amazone, flipcart, snapdeal के साथ Affiliate marketing के द्वारा उनका सामान बेच कर refar करके पैसा कमा सकते है इसमें अच्छा खासा पैसा बनाया जा सकता है लोग इससे महीने का 20-30 हज़ार रुपए आराम से कमा लेते है अगर आप चाहते है की Affiliate marketing के बारे में पूरी जानकारी तो कमेंट करके बताये जिससे में आपको इसकी पूरी डिटेल्स के साथ पोस्ट सेंड करू और एक advance video भी बनाऊंगा
4-FIVER SE PAISA KAMAYE - दोस्तों FIVER एक बहुत बढ़िया WEBSITE है जिस पर आप अपनी SKILL से पैसा कम सकते है जैसे आपको Website बनाना आता है या SEO, APP DEVLOPER, CONTENT WRITTER, PHOTO MAKEING, VIDEO EDITING,LOGO MAKEING, ये EXAMPLE है जो भी आपका टैलेंट है उसके द्वारा आप पैसा कमा सकते है इसमें हर SELL से आपको कम से कम 5 डोलर मिलता है एक SELL को एक GIG कहते है USER आपका GIG खरीदता है, तो उसके बदले आपको 5 डॉलर मिलते है FIVER हर SELL का 20% कट कर आपको पूरा पैसा दे देता है FIVER पर काम करना बहुत आसान है और मैंने खुद भी काम किया है
5-ONLINE Tution से पैसा कमाए - Internet पर आपको बहुत सारे website मिल जायेंगे जहां लोग अपना ऑनलाइन course लेते है Udemy एक बेहतर platform है आपके knowledge को share करने का यंहा register करके आप अपने complete Cource और Document के जरिये अपलोड कर सकते है फिर आपको उस Course की prise सेट करना पड़ेगा जो कोई भी आपका cource लेना चाहेंगा बो udemy के जरिये payment करके जब और जंहा चाहे उसे पढ़ सकता है Udemy commission रखके आपको आपका Payment दे देता है
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4-FIVER SE PAISA KAMAYE - दोस्तों FIVER एक बहुत बढ़िया WEBSITE है जिस पर आप अपनी SKILL से पैसा कम सकते है जैसे आपको Website बनाना आता है या SEO, APP DEVLOPER, CONTENT WRITTER, PHOTO MAKEING, VIDEO EDITING,LOGO MAKEING, ये EXAMPLE है जो भी आपका टैलेंट है उसके द्वारा आप पैसा कमा सकते है इसमें हर SELL से आपको कम से कम 5 डोलर मिलता है एक SELL को एक GIG कहते है USER आपका GIG खरीदता है, तो उसके बदले आपको 5 डॉलर मिलते है FIVER हर SELL का 20% कट कर आपको पूरा पैसा दे देता है FIVER पर काम करना बहुत आसान है और मैंने खुद भी काम किया है
5-ONLINE Tution से पैसा कमाए - Internet पर आपको बहुत सारे website मिल जायेंगे जहां लोग अपना ऑनलाइन course लेते है Udemy एक बेहतर platform है आपके knowledge को share करने का यंहा register करके आप अपने complete Cource और Document के जरिये अपलोड कर सकते है फिर आपको उस Course की prise सेट करना पड़ेगा जो कोई भी आपका cource लेना चाहेंगा बो udemy के जरिये payment करके जब और जंहा चाहे उसे पढ़ सकता है Udemy commission रखके आपको आपका Payment दे देता है
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अगर आपको हमारी जानकारी पसंद आये और आपके काम की हो तो हमें COMMENT में जरूर बताये
मै योगेश रायकवार आपको इसी तरह नई नई जानकारी देता रहूँगा आप हमारी VIDEO YOUTUBE / GB TECHNILOGY पर जाकर देख सकते और नई नई जानकारी और बहुत कुछ सीख सकते है
https://www.youtube.com/channel/UCBxhxu_V80V87pBJ1JMLOfgFriday, July 13, 2018
CSC ( COMMAN SERVICE CENTRE) लोकवाणी केंद्र क्या है
लोकवाणी केंद्र आम जनता के लिए खोले गए है जिसमे सरकारी सुविद्या मिलती है ये सरकार ने इसलिए खोले क्योकि कई बार इन छोटे कामो के लिए लोगो को सरकारी दप्तर के चककर काटने पड़ते थे और वह परेशान हो जाते थे इसलिए लोकवाणी केंद्र / जनसेवा केंद्र खोले गए।
सेवाएं :-
- आय प्रमाण
- जाति प्रमाण
- निवास प्रमाण
- जन्म प्रमाण
- मृत्त्यु प्रमाण
- खतौनी के नक़ल
- पैन कार्ड
- राशन कार्ड
और कई सारी सेवाओं का लाभ ले सकते है
पहले इन प्रमाण पत्रों को बनबाने के लिए लोगो को कचहरी , तेहसील आदि कार्यालयों पर जाना पड़ता था अब वह अपने पास में के किसी भी जनसेवा केंद्र पर जाकर इन सब प्रमाण पत्रों को आसानी से ऑनलाइन बनबा सकते है और बहुत सी सरकारी नई योजनाओं की जानकारी प्राप्त कर सकते है
क्या आप भी जनसेवा केंद्र खोलना चाहते है और पैसा कमाना चहेते है
जनसेवा केंद्र खोलने के लिए आपके पास एक दुकान होनी चाहिए जिसमे कंप्यूटर, प्रिंटर , इंटरनेट होना आवश्यक है और जो व्यक्ति वहां काम करेंगे उनको कंप्यूटर की बेसिक जानकारी होनी चाहिए जैसे - माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल , माइक्रोसॉफ्ट वर्ड और इंटरनेट के जानकारी। इसके बाद आपको ऑनलाइन अप्लाई करना होगा CSC के लिए ऑनलाइन फॉर्म में आपका पैन कार्ड , आधार कार्ड, बैंक पासबुक अपनी दुकान की 2 फोटो एक अंदर से खींचना है और एक बहार फ्रंट से दोनों फोटो जियो टैग कर लगनी पड़ेगी। फॉर्म फिल होने के बाद अपना एप्लीकेशन नम्बर रख ले इसके बाद 15 -30 दिन आपके डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन हो जाने के बाद आपको मेल पर आपकी CSC ID मिल जाएँगी।
फॉर्म फिल कैसे करना है इसके बारे में हमारे दूसरे पोस्ट को पढ़े और अधिक जानकारी के लिए हमारे YOUTUBE CHANNEL- GB Technology par video dekhe .
Saturday, July 7, 2018
जो चाहो बो मिल जयेंगा ऐसा करने पर
हाँ दोस्तों ये सच है और आप जो चाहते बो मिलेंगा अब कैसे मिलेंगा इसके लिए आप इस पोस्ट को पूरा पढ़े और हमें कमेंट करके बताना क्या ये सच साबित हुआ है
कभी - कभी ऐसा क्यों होता है की हम जो सोचते है बही हो जाता है ये सबके साथ हुआ है आपके साथ भी हुआ होगा। आपको पता यह क्यों होता है तो चलिए इसे समझते है
कभी - कभी ऐसा क्यों होता है की हम जो सोचते है बही हो जाता है ये सबके साथ हुआ है आपके साथ भी हुआ होगा। आपको पता यह क्यों होता है तो चलिए इसे समझते है
जो आप सबसे अधिक सोचते हैं, उसे आकर्षित कर लेते हैं
जो आप नहीं चाहते, उसके बारे में न सोचें। अतीत की घटनाओं पर रूके न रहें। अगर आप सिर्फ खराब चीज़ों पर ध्यान लगाएंगे जो आपके साथ हुई हैं, या वो खराब चीज़ें जो आपके साथ हो सकती हैं तो आपके साथ वही होने लगेगा जो आप नहीं चाहते। इससे आप बुरी परिस्थितियों को आकर्षित कर रहे हैं। आकर्षण का नियम सिर्फ ये देखता है कि आप किस चीज के बारे में सोच रहे हैं, ये नहीं देखता कि आप जिसके बारे में सोच रहे हैं आप उसके होने से डर रहे हैं। सिर्फ इसलिए कि आप किसी चीज के बारे में सोच रहे हैं आकर्षक का नियम वो आपको देने लगता है।
दूसरों से क्या चाहते हैं, इस बारे में बात करें
सबकी दूसरों से कुछ अपेक्षाएं होती हैं। आप दूसरों से क्या चाहते हैं, इस बारे में बात करना शुरू करें। दूसरों को अपने सपनों, अपनी इच्छाओं और चाहतों में शामिल करें। इस तरह से बात करें कि जो आप चाहते हैं वो आपका होने ही वाला है या, आपके अनुभव का ही एक हिस्सा है।
जो आप चाहते हैं उसकी ओर कदम बढ़ाएं
अगर आप अपने लिए एक बेहतर नौकरी चाहते हैं तो इस चाहत को केवल अपने मन तक ही सीमित न रखें। पूरी दुनिया को जान लेने दें कि आप क्या चाहते हैं। सक्रिय रूप से अपनी चाहत के लिए कोशिश करना शुरू कर दें। संपर्क बनाएं। उन्हें बताएं कि आपको नई नौकरी की तलाश है। अपने दोस्तों और परिवार को पता लगने दे आप क्या कर रहे हैं। जो आप चाहते हैं वो तभी होगा जब आप अपनी बात पर बने रहेंगे।
दोस्तों अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करे
धन्यवाद
दोस्तों अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करे
धन्यवाद
Monday, February 12, 2018
COMPUTER MEMORY KYA HAI कंप्यूटर मेमोरी क्या हैं कितने प्रकार की होती है
COMPUTER MEMORY KYA HAI कंप्यूटर मेमोरी क्या हैं कितने प्रकार की होती है
दोस्तों आपका स्वागत है हमारे ब्लॉग पर आज हम बात करने बाले है कंप्यूटर मेमोरी के बारे में
जिस तरह हमारा दिमाग पिछले कार्यो को याद रखने और उन्हें संग्रीह्त(STORE) रखने में सक्षम होता है
इसी प्रकार कंप्यूटर में डाटा स्टोर करने के लिए मेमोरी की आवश्कता होती है मै आपको सरल भाषा में समझाता हूँ मेमोरी एक कंप्यूटर फंक्शन है जहाँ सभी डेटा और इनफार्मेशन बाइनरी अंको ( 0 और 1 ) के रूप में store होती है. जिन्हें डिजिट कहते है इसे नापने की निम्न यूनिट है बाइट\,किलो बाइट, मेगा बाइट, गीगा बाइट, टेरा बाइट आदि
इसी प्रकार कंप्यूटर में डाटा स्टोर करने के लिए मेमोरी की आवश्कता होती है मै आपको सरल भाषा में समझाता हूँ मेमोरी एक कंप्यूटर फंक्शन है जहाँ सभी डेटा और इनफार्मेशन बाइनरी अंको ( 0 और 1 ) के रूप में store होती है. जिन्हें डिजिट कहते है इसे नापने की निम्न यूनिट है बाइट\,किलो बाइट, मेगा बाइट, गीगा बाइट, टेरा बाइट आदि
1)
8 Bits = 1 Byte
2)
1024 Bytes = 1 Kilobyte (1 KB)
3)
1024 KB = 1 Megabyte (1MB)
4)
1024 MB = 1 Gigabyte (1 GB)
5)
1024 GB = 1 Terabyte (1 TB)
प्राइमरी मेमोरी - यह दो प्रकार की होती है
1. RAM ( Random Access Memory)
2. ROM ( Read only memory)
सबसे पहले हम RAM के बारे में समझ लेते है - यह रीड राईट मेमोरी होती है इसमें डाटा टेम्पररी store
होता है जो computer off होते ही मिट जाता है इसमें डाटा रैंडमली एक्सेस किया जाता है और CPU से सीधे एक्सेस होता है यह 2 प्रकार के होते है
1- SRAM : यह जायदा tar
सबसे पहले हम RAM के बारे में समझ लेते है - यह रीड राईट मेमोरी होती है इसमें डाटा टेम्पररी store
होता है जो computer off होते ही मिट जाता है इसमें डाटा रैंडमली एक्सेस किया जाता है और CPU से सीधे एक्सेस होता है यह 2 प्रकार के होते है
1- SRAM : यह जायदा tar
Thursday, February 1, 2018
सॉफ्टवेयर हार्डवेयर क्या है यह कैसे काम करते है इनकी आवश्कता क्या हैं
सॉफ्टवेयर Computer का वह Part होता है जिसको हम केवल देख सकते
हैं और उस पर कार्य कर सकते हैं, Software का निर्माण Computer
पर कार्य करने को Simple बनाने के लिये किया जाता है, आजकल काम के हिसाब से Software
का निर्माण किया
जाता है, जैसा
काम वैसा Software । Software को बडी बडी कंपनियों में यूजर
की जरूरत को ध्यान में रखकर Software programmers द्वारा तैयार कराती हैं, इसमें से कुछ free में उपलब्ध होते है तथा कुछ के
लिये चार्ज देना पडता है। जैसे आपको फोटो से सम्बन्धित कार्य करना हो तो उसके
लिये फोटोशॉप या कोई वीडियो देखना हो तो उसके लिये मीडिया प्लेयर का यूज करते है।
कंप्यूटर बिभिन्न प्रोग्रामों का समूह होता हैं जिसके
द्वारा विशिष्ट कार्यों को किया जा सकता हैं| कंप्यूटर में दो भाग होते है, पहला हार्डवेयर कहलाता है जबकि
दूसरा सॉफ्टवेयर | हार्डवेयर
कंप्यूटर के भौतिक भाग होते है जिन्हें हम छु सकते है जो एक निश्चित कार्य करते है, जिसके लिए उन्हें बनाया गया है
जैसे- Keyboard, Mouse, Monitor, CPU, Printer, Projector etc. इसके विपरीत सॉफ्टवेयर
प्रोग्राम का समूह है जो इन हार्डवेयर के कार्यों को निर्धारित करता है जैसे- word
Processing, Operating System, Presentation etc. आते है, जो हार्डवेयर के साथ Interface
करते हैं| यदि हार्डवेयर की तुलना
कंप्यूटर के शरीर से जाती है तो सॉफ्टवेयर की तुलना कंप्यूटर के दिमाग से की जाती
है| जिस
प्रकार दिमाग के बगैर मानवीय शरीर बेकार हैं ठीक उसी प्रकार सॉफ्टवेयर के बगैर
कंप्यूटर का कोई अस्तित्व नहीं है| उदाहरणार्थ हम keyboard,
Mouse, Printer, Internet आदि का प्रयोग करते है इन सबको को चलाने के लिए भी Software
की आवश्यकता होती
है|
Software की आवश्यकता होती है|
Software is a Group of Programmes
Computer On होने के बाद Software सबसे पहले RAM में Load होता है तथा Central
Processing Unit में
Execute (क्रियान्वित) किया जाता है| यह Machine
Language में
बना होता है, जो
एक अलग Processor के लिए विशेष होता है| यह High
Level Language तथा
Assembly Language में भी लिखा जाता है|
सॉफ्टवेयर की आवश्यकता (Needs of
Software) :-
जैसा की हम जानते है कंप्यूटर हार्डवेयर और Software का समूह है यदि इसमें
से Software को निकाल दिया जाये तो
Computer एक डिब्बे के समान रह
जायेगा यह डिब्बा उस समय तक कार्य नहीं कर सकता जब तक कि इसमें Operating System Software
load न किया जाये| इसका अर्थ यह है कि Computer में कुछ भी कार्य करने के लिए ऑपरेटिंग सिस्टम का होना आवश्यक है| हमें आपरेटिंग सिस्टम
सॉफ्टवेयर के आलावा कुछ और सॉफ्टवेयर्स की भी आवश्यकता पड़ती हैं| उदाहरण के लिए, यदि आप एक पत्र को टाइप करना
अथवा ग्राफिक चार्ट निर्मित करना या एक प्रस्तुतीकरण का निर्माण करना या अपने
कार्यालय सम्बन्धी व्यक्तिगत डाटा का प्रबंधन करना चाहते है तो आपको फिर से
अलग-अलग उद्देश्यों के लिए कई अलग-अलग सॉफ्टवेयरों की आवश्यकता पड़ेगी जिन्हें
अनुप्रयोग सॉफ्टवेयर (Application Software) कहा जाता है
इसके अतिरिक्त यदि आपका कम्प्यूटर वायरस से संक्रमित
हो जाये तो आपको यूटिलिटि नामक सॉफ्टवेयर की आवश्यकता पड़ेगी | संक्षेप में यदि आपके पास
कम्प्यूटर सिस्टम है तथा आप निर्विघ्न कार्य करना चाहते है, तो आपको समय-समय पर सॉफ्टवेयर
की आवश्यकता पड़ेगी |
सॉफ्टवेयर कि आवश्यकता के निम्न कारण हो सकते हैं
- Computer चालू करने के लिए
- पत्र टाइप करने के लिए
- चार्ट का निर्माण करने के लिए
- Presentation बनाने के लिए
- Data को manage करने के लिए
- Internet का प्रयोग करने के लिए
सॉफ्टवेयर के प्रकार (Types of Software) –
कम्प्यूटर Software
को तीन भागो में विभाजित करता है
| सिस्टम सॉफ्टवेयर (System Software), अनुप्रयोग सॉफ्टवेयर (Application Software) और Utility
Software.
सिस्टम सॉफ्टवेयर (System Software) –
सिस्टम सॉफ्टवेयर System Software एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जो हार्डवेयर (Hardware)
को प्रबंध (Manage) एवं नियंत्रण (Control) करता है ताकि एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर (Application Software) अपना कार्य पूरा कर सके | यह कम्यूटर सिस्टम का आवश्यक भाग होता है आपरेटिंग सिस्टम इसका स्पष्ट उदाहरण
है |
“System Software वे है जो System को नियंत्रित और व्यवस्थित रखने का कार्य करते है”
यदि सिस्टम सॉफ्टवेयर को Non volatile storage जैसे इंटिग्रेटेड सर्किट (IC) में Store किया जाता है, तो इसे सामान्यत: फर्मवेयर का नाम दिया जाता
है संक्षेप में सिस्टम सॉफ्टवेयर प्रोग्रामों का एक समूह है| System Software कई प्रकार के होते है जैसे-
- Operating
System Software
- Compiler
- Interpreter
- Assembler
- Linker
- Loader
- Debugger etc.
Operating System Software:- Operating System एक System Software है, जिसे Computer
को चालू करने के बाद Load किया जाता है| अर्थात यह Computer को Boot
करने के लिए आवश्यक प्रोग्राम है
| यह Computer को boot
करने के अलावा दूसरे Application software और utility
software के लिए
आवश्यक होता है|
Function
of Operating system
- Process
Management
- Memory
Management
- Disk and File
System
- Networking
- Security
Management
- Device
Drivers
Compiler :- Compiler executable file बनाने के लिए Source
Code को Machine code में translate करता है| ये code
executable file के object code कहलाते है| Programmer इस executable
object file को किसी
दूसरे computer पर copy
करने के पश्चात् execute कर सकते हैं| दूसरे शब्दों में Program एक बार Compile
हो जाने के बाद स्वतंत्र रूप से executable file बन जाता है जिसको execute होने के लिए compiler
की आवश्यकता नहीं होती है| प्रत्येक Programming language को Compiler
की आवश्यकता होती हैं|
Compiler, Source code को Machine code में बदलने का कार्य करता है इसकी कार्य करने की गति (Speed) अधिक होती है और यह Memory में अधिक स्थान घेरता है क्योकि यह एक बार
में पूरे प्रोग्राम को Read करता है और यदि कोई Error होती है तो error
massage Show करता है|
Interpreter :- Interpreter एक प्रोग्राम होता हैं जो High level language में लिखे Program
को Machine Language में बदलने का कार्य करता है Interpreter एक–एक Instruction
को बारी-बारी से machine language को Translate करता है |यह High
level language के Program के सभी instruction को एक साथ machine
language में translate नहीं करता है|
Interpreter Memory में कम
स्थान घेरता है क्योकि यह प्रोग्राम की हर लाइन को बारी-बारी से Check करता है और यदि किसी Line में कोई error होती है तो यह तात्काल Error Massage Show करता है और जब तक उस गलती को सुधार नहीं दिया जाता तब तक यह आगे बढने नहीं
देता |
Assembler :- Assembler एक प्रोग्राम है जो Assembly language को machine
language में translate करता है| इसके अलावा यह high level language को Machine
language में translate करता है यह निमोनिक कोड (mnemonic code) जैसे- ADD,
NOV, SUB आदि को Binary code में बदलता है|
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर (Application Software) –
एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर (Application Software), कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर का एक उपवर्ग है जो User द्वारा इच्छित काम को करने के लिए प्रयोग किया जाता हैं|
“Application
Software वे Software होते है जो User तथा Computer को जोड़ने का कार्य करते है|”
Application Software
Computer के लिए
बहुत उपयोगी होते है यदि कंप्यूटर में कोई भी Application
Software नहीं है तो
हम कंप्यूटर पर कोई भी कार्य नहीं कर सकते है Application
Software के बिना
कंप्यूटर मात्र एक डिब्बा हैं| Application
Software के
अंतर्गत कई Program आते है जो निम्नलिखित हैं|
- MS word
- MS Excel
- MS PowerPoint
- MS Access
- MS Outlook
- MS Paint etc.
यूटिलिटी सॉफ्टवेयर (Utility Software) :-
यूटिलिटी सॉफ्टवेयर (Utility Software) को सर्विस प्रोग्राम (Service Program) के नाम से भी जाना जाता हैं| यह एक प्रकार का कंप्यूटर सॉफ्टवेयर है इसे विशेष रूप से कंप्यूटर हार्डवेयर (Hardware), ओपरेटिंग सिस्टम (Operating System) या एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर (Application Software) को व्यवस्थित करने में सहायता हेतु डिजाईन
किया गया है|
“Utility Software वे Software होते है जो कंप्यूटर को Repair कर Computer कि कार्यक्षमता को बढ़ाते है तथा
उसे और कार्यशील बनाने में मदद करते हैं|”
विभिन्न प्रकार के यूटिलिटी सॉफ्टवेयर उपलब्ध है जैसे-
- Disk
Defragmenter
- System
Profilers
- Virus Scanner
- Anti virus
- Disk Checker
- Disk Cleaner etc.
अगर आपको हमारी जानकारी पसंद आये और आपके काम की हो तो हमें COMMENT में जरूर बताये
मै योगेश रायकवार आपको इसी तरह नई नई जानकारी देता रहूँगा आप हमारी VIDEO YOUTUBE / GB TECHNILOGY पर जाकर देख सकते और नई नई जानकारी और बहुत कुछ सीख सकते है
धन्यवाद
Friday, January 26, 2018
CCC KYA HAI CCC CERTIFICATE कैसे प्राप्त करे. इसके क्या फायदे
CCC एक कंप्यूटर कोर्स है इसका पूरा नाम COURCE ON COMPUTER CONCEPT है'
इस कोर्स करने से आप BASIC कंप्यूटर सीख जाते है यह सर्टिफिकेट आज कल पहले से ज्याद सरकारी और गैर सरकारी नोकरीयो में माँगा जा रहा है ये कोर्स इक सरकारी संस्था द्वारा चलाया जाता है जिसका नाम NIELIT ( National institute Of Electronic & Information Technology) अगर आप यह कोर्स करने की सोच रह है तो मेरी सलाह यही रहेंगी की आप कर लीजिय . आगे फायदा मिल सकता है
CCC करने का आपका सबसे बड़ा फायदा यह होगा की आप कंप्यूटर की Basic जानकारी हो जायगी आप MS OFFICE, PAINTING, INTERNET HISTORY चेक करना आदि सीख जायंगे और एक फायदा ये होगा की आप सरकारी ओर प्राइवेट नोकरीयों में इसका डिप्लोमा माँगा जा रहा है तो आप इसका इस्तेमाल नोकरी में भी कर सकते है
CCC सर्टिफिकेट का सैंपल
CCC करने का PROCESS KYA HAI
CCC करने के लिए दो तरीके है आप अपने पास की COMPUTER CENTER पर जाकर इसे APPLY कर सकते है २. दूसरा आप घर बैठे इसका फॉर्म अपने कंप्यूटर से भर सकते है इसकी फीस 590 रुपए है और अगर आप किसी सेण्टर पर जाकर कर रहे तो सेण्टर की फीस अलग से लगेगी. सबसे पहले आपको NIELIT की वेबसाइट पर जाना है और APPLY ONLINE पर क्लिक करना है फिर आपके सामने बहुत सारे कौर्स आ जायंगे जिसमे आपको CCC पर क्लिक और आगे बडना है और आपके सामने CCC का फॉर्म आ जायेगा बहुत ही Simple फॉर्मेट है आप आसानी से भर सकते है
इस तरह का फॉर्म आयेंगा आपको भरना है और पमेंट अपने ATM card और NET Banking से कर सकते है अपनी रसीद निकाल ले और 1 महीने बाद आपका EXAM होगा Exam Date apko Email Id par एडमिट कार्ड की इनफार्मेशन आ जायंगीआप Website पर जाकर भी चेक कर सकते है CCC करने के लिए कितने मार्क्स की आवश्कता है
सीसीसी में पास होने के लिए आपको 100 में से 55 number की आवश्कता है इसे आप आसानी से पास कर सकते है बाज़ार में इसकी किताब मिलती है उसे खरीद सकते है और READ कर सकते है इससे आपके अच्छे नंबर आएंगे.सीसीसी फॉर्म भरने के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करे.http://student.nielit.in/
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